जेल में उनकी मुलाक़ात एक ऐसे लड़के से हुए जो बेहद ख़ूबसूरत कव्वालियां गाता था जो उसे बहुत पसंद आई। जेल से निकलने के बाद उसने शायरी लिखना शुरू कर दिया।
इस दौरान उसने सड़क पर भीखते मांगते इस शख़्स की शायरी सुनी और काफ़ी देर तक उससे बातचीत भी की। इसके बाद उस शख्स की तस्दीर बदल गई।
उस लड़की ने इस शख्स को Spoken Word Fest तक पहुंचाया जहां उन्हें 22 मिनट तक बोलने का मौका मिला।
इसके बाद सड़कों पर भीख मांगनी शुरू की लेकिन इस लड़के की किस्मत में शायद अभी भगवान ने और दर्द लिखे थे यही वजह रही की पुलिस उसे भीख मांगता देख पकड कर जेल में ले गई।
कव्वालियों से मोह ने उसे हिंदी और उर्दू सीखने पर मजबूर किया। लेकिन इस दौरान उसके पास इतने पैसे नहीं थे कि वो अपना पेट भर सके इसलिए उसे फिर से भीख मांगना पड़ा।
इसी दौरान एक दिन एक लड़की अपने दादाजी की बरसी पर भिखारियों में मिठाई बांट रही थी।
सड़कों पर भीख मांग रहा था ये बुज़ुर्ग, फिर ये लड़की फ़रिश्ता बन कर आई और बदल दी जिंदगी
यह बुजुर्ग शख्स अपने घर से बचपन में ही भाग आया था। दरअसल वह अपने गरीब पिता पर बोझ नहीं बनना चाहता था इसलिए उन्होंने घर से दूर जाने का फैसला किया।
वह ट्रेन पकड़ कर कहीं दूर जाना चाहते थे लेकिन तभी वो अचानक भागती हुई ट्रेन से गिर गए और हादसे में एक पैर खो दिया।
इतना ही नहीं इस लड़की ने शख़्स के लिये बुक स्टॉल भी लगवाया. लड़की ने उस बुजुर्ग की शारीरिक मदद के साथ-साथ आर्थिक मदद भी उपलब्ध कराई।
यह लड़की इस शख़्स के लिये उस परी जैसी साबित हुई जो कभी-कभी हमारे सपनों मेंं आया करती है।