मीडिया का दोगलापन-न्यूजीलैंड मस्जिद हमले के बाद आतंकवाद को बताया सिर्फ गोलीबारी
ब्रिटिश मीडिया के मुताबिक हमलावर ब्रिटिश मूल का 28 वर्षीय युवक ब्रेंटन टैरेंट है जो ऑस्ट्रेलिया का रहने वाला है।
इस हमले के दौरान दुनिया ने हमलावर को जो घिनोना चेहरा देखा। उससे ज्यादा भयानक चेहरा मीडिया का सामने आया है।
जिसने इस नरसंहार को एक साधारण से हमले के रूप में पेश करने की कोशिश की। जबकि ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री खुद इस हमले को आतंकवादी हमला बता चुके थे।
न्यूजीलैंड की दो मस्जिदों में शुक्रवार को एक बंदूकधारी हमलावर की अंधाधुंध गोलीबारी में 49 लोगों ने अपनी जान गंवा दी जबकि 42 लोग जख्मी हो गए हैं।
क्राइस्टचर्च स्थति डीन एवेन्यू मस्जिद में 41 लोग मारे गए और लिनवुड मस्जिद में सात की मौत हो गई। यह हमला तब हुआ जब मस्जिद नमाज़ियों से भरी थी।
बीबीसी सहित दुनिया भर के मीडिया हाउस ने इस हमले को सिर्फ एक गोलीबारी के शब्द तक रखा।
मीडिया की इस हरकत के बाद एक बार फिर सवाल उठा कि जब भी मुसलमान पीड़ित होता है तो मीडिया का रुख हमेशा क्यों बदल जाता है।