उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले की तंग गलियों से गुजरते हुए अपनी नर्सरी-केजी की पढ़ाई कर एप्पल के अहम पद हासिल करने वाले सबीह खान को कम्पनी ने सीनियर वाइस प्रेसिडेंट ऑफ ऑपरेशन्स बनाया है।
सबीह खान 1990 से एप्पल में प्रोडक्ट ऑपरेशन्स और सप्लाई चेन में महत्वपूर्ण पदों पर रहे हैं। एप्पल प्रोडक्ट को विकसित करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने अमेरिका दौरे में एप्पल के चीफ टिम कुक से मुलाकात की तब सबीह भी उनके साथ थे। सबीह खान की उपलब्धि से पूरे परिवार में खुशियां छा गई हैं।
27 जून को एप्पल ने अमेरिका के कैलिफोर्निया में प्रेस रिलीज जारी कर सबीह की नियुक्ति की घोषणा करते हुए अपनी वेबसाइट पर भी ये जानकारी दी थी। सबीह खान अब एप्पल के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर जैफ विलियम्स को रिपोर्ट करेंगे।
सबीह खान का ताल्लुक उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद शहर से है। सबीह खान का जन्म 1966 में मुरादाबाद के खान परिवार में हुआ था।
यहां उनके परिवार का एक स्कूल, होटल और शापिंग मॉल भी है।
सबीह के पिता साईद यू खान मूल रूप से रामपुर के रहने वाले थे और 1963 में यार मोहम्मद खान की पोती साजदा खान से शादी के बाद वो मुरादाबाद में ही रह कर पीतल एक्सपोर्ट का कारोबार करने लगे थे।
मुबारकबाद-आईफोन बनाने वाली एप्पल कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट बने मुरादाबाद के सबीह खान
उनका ताल्लुक मुरादाबाद के सिविल लाईन इलाके में रहने वाले और मुरादाबाद की ब्रास एक्सपोर्ट इंडस्ट्री के फाउंडर माने जाने वाले प्रसिद्ध कारोबारी यार मोहम्मद खान के परिवार से है।
यार मोहम्मद खान का नाम मुरादाबाद में हर आम और खास के लिए जाना पहचाना है।
सबीह खान एप्पल कंपनी में सबसे बड़ी पोस्ट पर पहुंचने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। सबीह खान सादगी पसंद हैं और हिंदी पर उनकी अच्छी पकड़ है और आज भी हिंदी गाने और पारले-जी का बिस्कुट उनकी पहली पसंद हैं।
अब सबीह खान अपनी नई भूमिका में एप्पल की वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला के प्रभारी होंगे, जिसमें वो उत्पाद की गुणवत्ता सुनिश्चित करेंगे और योजना, खरीद, विनिर्माण और उत्पाद पूर्ति कार्यों की देखरेख करेंगे।
साथ ही साथ, वो दुनियाभर में एप्पल के सप्लायरों और श्रमिकों की सुविधाओं, सुरक्षा और शिक्षा के लिए चलाए जाने वाले कार्यक्रमों को भी संभालेंगे।